जर्मन अध्ययन का केंद्र(सीजीएस)
केंद्र ने अपने शिक्षण और अध्ययन प्रोग्रम को 1971 में शुरू किया| इस 4 दशक के समय ने वैश्विक राजनितिक और सांस्कृतिक सिस्टम में कट्टरपंथी बदलाव देखे हैं, जो अपने साथ अकादमिक प्रोग्राम के फोकस को दोबारा सोचने की ज़रूरत लाते हैं| केंद्र का शिक्षण औरअध्ययन प्रोग्राम इन वैश्विक बदलाव को रचनात्मक रूप से प्रकट करता है- एक दशक पहले,द्वित्य युद्ध और जर्मनी में फासीवाद की समाप्ति, साथ ही जर्मनी बोलने वाले देशों में युद्ध के बाद की सोच और साहित्य केंद्र में अध्ययन का फोकस था, आज केंद्र के अध्ययन को बर्लिन की दीवार का गिरना, दो जर्मनी का एकीकरण, और वर्तमान में ईयू प्रयोग के अंतर्गत जर्मन बोलने वाले देशो का स्थान, साथ ही साथ उन्ही का सांस्कृतिक, सामाजिक और राजनितिक से सम्बन्धित भाव ऐतिहासिक रूप से परिभाषित करता है| यह यही रुपरेखा है जो हमारे शिक्षण और अध्ययन की चिंताओं को जानकारी देता है, जो हमारे बीए,एमए,एमफिल,और पीएचडी प्रोग्राम, साथ ही साथ विविध शिक्षण और विश्वविद्यालय के विभागों के सदस्यों के अनुसन्धान रुचियों में दिखता है| अध्ययन के इन प्रोग्राम के अलावा,केंद्र दूसरी भाषाओं के बीए विद्यार्थियों को जर्मन भाषा में वैकल्पिक 4 सेमेस्टर की पेशकश करता है|
बीए प्रोग्राम
ऊपर बताये गये मुख्य पाठ्यक्रम के अलावा, विद्यार्थियों से यह भी उम्मीद की जाती है कि वे कम से कम 22 क्रेडिट्स वैकल्पिक पाठ्यक्रम में पूरा करें| ये पाठ्यक्रम विद्यालय के अंदर ही विभागों द्वारा, अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन के विद्यालयों द्वारा और सामजिक विज्ञानं के विद्यालय, साथ ही साथ दूसरे ख़ास केन्द्रों द्वारा पेश किये जाते हैं| विश्वविद्यालय ने यह ख़ास प्रावधान हमारे विद्यालय के स्नातक विद्यार्थियों के लिए किया है जिसका लक्ष्य उन्हें दूसरे विषयों के सामने प्रकट करना है, और विश्वविद्यालय के अकादमिक रुपरेखा को रखना है जो खुद को अन्तः विषय अनुसंधान को बढ़ावा देने की तरह देखता है| हमने पाया की ये पाठ्यक्रम विश्वविद्यालय के अंतर्गत विदार्थियों के अकादमिक के साथ साथ सांस्कृतिक और सामाजिक अनुभव को बढ़ाता है|
एमए प्रोग्राम
जर्मन अध्य्यन का केंद्र पहला ऐसा विभाग है जो साहित्य, अनुवाद, और अनुवाद/व्याख्या में अलग डिग्री देता है| अनुवादिक अध्ययन और व्याख्या में गहन पाठ्यक्रम हमारे केंद्र के ताकत में से है| ये विशेषज्ञता प्रोग्राम के शुरुआत में पेश की जाती है, जब विद्यार्थी इन विशेषज्ञता वाले क्षेत्रों का चुनाव करते हैं|
साहित्य में एमए का पाठ्यक्रम जर्मन बोलने वाले देशों के समकालीन साहित्य से बारीकी से जुड़ा हुआ है| वे विविधता से ख़ास लेखक,साहित्यिक आन्दोलन,शैलियों, और साहित्यिक इतिहास के समय पर भी फोकस करतें है| साहित्य के सिद्धांतों पर पाठ्यक्रम विद्यार्थियों को उन महत्वपूर्ण विषयों को पढ़ने का मौका देता है जो साहित्यिक पाठ्यक्रम का सैधांतिक आधार है|
अनुवाद और अनुचाद/व्याख्या में एमए व्यापक विस्तार वाले पाठ्यक्रम पेश करता है, जो पारम्परिक से परिवर्तनात्मक तक लेकर है, जिसके चलते विद्यार्थियों को पेशेवर सक्षम अनुवादिक/दुभाषी बनने या समान रूप से चुनौतीपूर्ण अनुवाद अध्ययन में अनुसन्धान के पुरस्कृत क्षेत्र में जाने का विकल्प देता है| पाठ्यक्रम में प्रोग्राम की जरूरतों को पूरा करते समय बहुत से कौशल हासिल होते हैं जो सम्बन्धित क्षेत्रों में जाने में मदद करती है जैसे कि तकनिकी लेखन और सम्पादन| विद्यार्थी न केवल विशेष और गैर विशेष मुद्दों के अनुवादन से उजागर होते हैं, परन्तु साहित्यिक अनुवाद के विचारों से भी| अनुवाद के सिद्धांत और पद्धति का पाठ्यक्रम अनुवाद के अभ्यास को अनुवादिक अध्ययन के अंदर ऐतिहासिक बहसों को दृढ करना है| जो विद्यार्थी व्याख्यता में आगे विशेषज्ञता चुनते हैं, उन्हें दोनों लगातार और एक साथ व्याख्या पेश किया जाता है|
इस प्रोग्राम के अंतर्गत, हम आम पाठ्यक्रम की श्रेणी भी पेश करते हैं, जो विद्यार्थी अपनी विशेषज्ञता में पढ़ते हैं उसे समेकित और पूरक करते हैं| विद्यार्थियों के सामने सम्भावित अवसरों के खुलने को दिमाग में रखते हुए और वे विकल्प जो वो बनाना चाहते हैं, जर्मन भाषा के उपन्यास के साथ ही साथ साहित्य में पाठ्यक्रम पेश किये जाते हैं| प्रोग्राम की दूसरी ताकत यूरोपियन यूनियन के भीतर जर्मनी के स्थान के साथ जर्मन बोलने वाले देशों की महत्वपूर्ण अवधि में सांस्कृतिक और राजनितिक इतिहास में पाठ्यक्रम है| बीए प्रोग्राम के आखिरी साल में परिचियात्मक पाठ्यक्रम के विस्तार के साथ, आम पाठ्यक्रम में विरोधाभासी भाषाविज्ञान का परिचय भी शामिल है| साहित्यिक अध्ययन में नया पाठ्यक्रम जिसमें लोकगीत अध्ययन शामिल है भी पेश किया जाता है|
तीसरे और चौथे सेमेस्टर के समय, विद्यार्थियों से उम्मीद की जाती है की वे अपनी पसंद के क्षेत्रफल पर शोध निबंध लिखें|
अकादमिक सहयोग और केंद्र की दूसरी गतिविधियाँ
स्थायी शिक्षण संकाय सदस्यों जिनकी रूचि साहित्य, सांस्कृतिक और राजनितिक इतिहास,अनुवादिक अध्ययन, विचारों का इतिहास, भाषाविज्ञान और उपन्यास के अलावा, केंद्र डीएएडी के सहयोग से पूर्ण संकाय सदस्य के साथ भाषा के शिक्षक की भी मेजबानी करता है|
हाल के वर्षों ने तीव्र सहभागिता और जर्मनी और ऑस्ट्रिया के विश्वविद्यालयों के साथ अकादमिक सहयोग देखा है| हमारे आपस में, यूनिवर्सिटी ऑफ़ कोलन और वुप्पेर्तल,दि फ्री उनिवेर्सितात, बर्लिन, और जर्मनी में दि यूनिवर्सिटी ऑफ़ कोंस्तान्ज़ के विद्यार्थियों और संकाय में अदला बदली होती है|
यह पर जर्मन विश्वविद्यालयों में पाठ्यक्रम करने वाले विद्यार्थियों के लिए अल्पावृद्धि छात्रवृत्ति की श्रेणी है, जिनमें से कुछ केंद्र और विश्वविद्यालय के स्तर पर हमारे अकादमिक सहयोग का परिणाम है|
हमारे यह छोटा थिएटर प्रोग्राम भी है, जिसके द्वारा विद्यार्थी, खासतौर से बीए प्रोग्राम वाले,उन्हें अकादमिक साल के अंत में एक नाटक करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है|
केंद्र में एक छोटी सन्दर्भ पुस्तकालय भी है जिसमें करीब 5000 किताबें हैं| इस पुस्तकालय में किताबें केंद्र को या तो व्यक्ति या फिर सहयोग के द्वारा अधिग्रहित कर दी जाती हैं,जैसे कि दि जर्मन रिसर्च फाउंडेशन और दि पैसेज टू इंडिया कोऑपरेशन जो जर्मन अकादमिक एक्सचेंज द्वारा वित्त पोषित है|